तमिलनाडु के सीएम ईडप्पडी के पलानीस्वामी ने बुधवार को घोषणा की कि सभी वर्ग 9, SSLC (कक्षा 10) और कक्षा 11 के छात्रों को परीक्षा के बिना पदोन्नत किया जाएगा। सरकार ने चिकित्सा विशेषज्ञों से मिले इनपुट के आधार पर यह निर्णय लिया, जिन्होंने सुझाव दिया कि स्थिति एसएसएलसी और प्लस वन परीक्षा आयोजित करने के लिए अनुकूल नहीं है।
आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर छात्रों का मूल्यांकन उनके अंकों के आधार पर किया जाएगा। लंबित परीक्षा के अंकों को दो मापदंडों में विभाजित किया जाएगा। त्रैमासिक और अर्धवार्षिक परीक्षाओं में छात्रों के प्रदर्शन के आधार पर 80 प्रतिशत अंकों का मूल्यांकन किया जाएगा और 20 प्रतिशत उपस्थिति के आधार पर किया जाएगा।